Mahakumbh 2025: Prayagraj Railway Division Reveals Entry and Exit Plans for Devotees
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं के इस भव्य मेले में शामिल होने की संभावना है। ऐसे में, प्रयागराज रेलवे मंडल ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रवेश और निकासी मार्गों का विस्तृत प्लान तैयार किया है। अगर आप इस पवित्र मेले में शामिल होने की योजना बना रहे हैं या इसकी भव्य तैयारियों के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए, जानते हैं महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के विभिन्न स्टेशनों पर यात्रियों के लिए तैयार किए गए महत्वपूर्ण मार्ग और व्यवस्थाओं के बारे में।
महाकुंभ 2025 के लिए प्रमुख स्टेशनों पर प्रवेश और निकासी की व्यवस्था
1. प्रयागराज जंक्शन
- प्रवेश: केवल प्लेटफॉर्म नंबर 1 से शहर की ओर।
- निकासी: सिविल लाइन्स साइड से होगी।
- आरक्षित यात्रियों के लिए शहर की ओर स्थित गेट नंबर 5 से प्रवेश की व्यवस्था।
2. नैनी जंक्शन
- प्रवेश: स्टेशन रोड से।
- निकासी: गोदाम (वेयरहाउस) की ओर दूसरे प्रवेश द्वार से।
3. प्रयागराज छिवकी स्टेशन
- प्रवेश: सीओडी रोड से, जो प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे से जुड़ता है।
- निकासी: जीईसी नैनी रोड से।
4. सुभेदारगंज स्टेशन
- प्रवेश: झलवा और कौशांबी रोड से।
- निकासी: जीटी रोड से।
5. फाफामऊ स्टेशन
- प्रवेश: प्लेटफॉर्म नंबर 4 के पास दूसरे प्रवेश द्वार से।
- निकासी: फाफामऊ मार्केट की ओर।
प्रयागराज के अन्य स्टेशनों पर व्यवस्था
- प्रयागराज संगम और दारागंज स्टेशन
- ये स्टेशन मुख्य स्नान पर्वों के दौरान मेले के क्षेत्र में स्थित होने के कारण बंद रहेंगे।
- प्रयागराज रामबाग स्टेशन
- प्रवेश: केवल मुख्य प्रवेश द्वार से (हनुमान मंदिर चौराहा)।
- निकासी: लौडर रोड से।
यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं
- रंग-कोडेड यात्री शेल्टर:
हर स्टेशन पर 3,000 से 4,000 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने के लिए रंग-कोडेड शेल्टर बनाए गए हैं। यह शेल्टर यात्रियों को उनके गंतव्य के अनुसार गाइड करेंगे। - टिकटिंग सुविधाएं:
- अनारक्षित यात्रियों के लिए टिकट काउंटर, एटीएम, और मोबाइल टिकटिंग की व्यवस्था।
- आरक्षित यात्रियों को उनके ट्रेन के आगमन से 30 मिनट पहले प्लेटफॉर्म पर पहुंचने की अनुमति।
- विशेष मेले की ट्रेनें:
केंद्रीय रेल मंत्री ने घोषणा की है कि महाकुंभ के दौरान लगभग 13,000 ट्रेनें, जिनमें 3,000 विशेष मेले की ट्रेनें शामिल हैं, चलाई जाएंगी।
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे का सुरक्षा और प्रबंधन प्लान
- भीड़ नियंत्रण के उपाय:
रेलवे ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए विस्तृत उपाय किए हैं। - डिजिटल दिशानिर्देश:
यात्रियों को उनकी गाड़ी और प्लेटफॉर्म की सही जानकारी देने के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं। - पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती:
प्रमुख स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल और स्वयंसेवकों की तैनाती होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में कितने यात्री आने की उम्मीद है?
लगभग 450 मिलियन श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिनमें से 100 मिलियन लोग ट्रेन से यात्रा करेंगे।
2. प्रयागराज संगम और दारागंज स्टेशन क्यों बंद रहेंगे?
ये स्टेशन मुख्य मेले के क्षेत्र में स्थित हैं और भीड़ प्रबंधन के लिए इन्हें बंद रखा जाएगा।
3. आरक्षित और अनारक्षित यात्रियों के लिए क्या अलग सुविधाएं होंगी?
आरक्षित यात्रियों के लिए अलग गेट और समय की व्यवस्था है, जबकि अनारक्षित यात्रियों के लिए रंग-कोडेड शेल्टर और टिकटिंग काउंटर होंगे।
4. क्या महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी?
हां, लगभग 3,000 विशेष मेले की ट्रेनें चलाई जाएंगी।
5. रंग-कोडेड शेल्टर का उद्देश्य क्या है?
इन शेल्टर्स का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य स्टेशन के अनुसार गाइड करना है।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज रेलवे मंडल द्वारा की गई तैयारियां प्रशंसनीय हैं। इस विस्तृत योजना का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करना है। यदि आप भी इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनने की योजना बना रहे हैं, तो इन मार्गदर्शिकाओं को ध्यान में रखें और अपनी यात्रा को आरामदायक बनाएं। महाकुंभ का हिस्सा बनकर इस आध्यात्मिक यात्रा को यादगार बनाएं!